उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, डबोक परिसर स्थित कृषि महाविद्यालय में गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई गई। कुलपति प्रो. कर्नल शिव सिंह सारंगदेवोत के सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यापीठ की सबसे बड़ी प्रतिमा के समक्ष गणपति की पूजा-अर्चना एवं आरती हुई।
कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा कि गणेश चतुर्थी नई ऊर्जा, सौहार्द और सकारात्मकता का प्रतीक है तथा हमें इस पर्व से प्रेरणा लेकर शिक्षा, संस्कृति और समाज सेवा में आगे बढ़ना चाहिए।
पूरे परिसर में गणेश वंदना और जयकारों की गूंज रही। इस अवसर पर प्रोफेसरगण, डीन, डायरेक्टर, संकाय सदस्य, विद्यार्थी और शहर के गणमान्य नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
























राजस्थान विद्यापीठ एवं स्मृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ठाकुर अमरचंद बड़वा की 305वीं जयंती पर “युग युगीन मेवाड़ में जल प्रबंधन” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने उनके योगदान पर प्रकाश डाला। जल, जंगल, जमीन के संरक्षण पर वक्ताओं ने ज़ोर दिया। संगोष्ठी में शोध आलेखों के संकलन को पुस्तक रूप में प्रकाशित करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
कार्यक्रम के तीसरे दिन तोप माता बुर्ज पर “बड़वा कालीन लोडची तोप पर सैनिक सलाम” समारोह का आयोजन होगा जिसमें सेना, BSF, CRPF व पुलिस अधिकारी भाग लेंगे।
उदयपुर 14 जुलाई / भारतीय युवा वेलफेयर एसोसिएशन, पर्यटन विभाग जम्मू कश्मीर सरकार एवं रक्षा मंत्रालय भारत नई दिल्ली की ओर से संस्कृत साहित्य वेद एवं ज्योतिष में उत्कृष्ट कार्य एवं प्रचार प्रसार के लिए राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के शोध सहायक डाॅ. महेश आमेटा को केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवलिया, रघुराज सिंह मिनिस्टर ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट गवर्नमेंट ऑफ, उत्तर प्रदेश, सतीश चंद्र , फार्मर बेसिक एजुकेशन मिनिस्टर ऑफ गवर्नमेंट, उत्तर प्रदेश ने प्रधानमंत्री संग्रहालय, तीन मूर्ति मार्ग, न्यू दिल्ली में आयोजित समारोह में नेशनल आइकन अवार्ड 2025 से नवाजा गया। कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने डाॅ. आमेटा को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना संस्थान के लिए गौरव की बात।
राजस्थान विद्यापीठ श्रमजीवी महाविद्यालय द्वारा “शिक्षा की भूमिका – सुविकसित भारत 2047” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. अजीत कुमार कर्नाटक ने कहा कि शिक्षा को तकनीक व संस्कृति का सेतु बनाकर ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है।
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने सुरक्षित, स्वदेशी व संतुष्ट भारत के संकल्प को विकास की नींव बताया और पंचतत्वों के संतुलन पर बल दिया।
225 प्रतिभागियों की सहभागिता के साथ चार तकनीकी सत्रों में देशभर के विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
सेमिनार के दौरान “फिशरीज एडमिनिस्ट्रेटिव क्यूए” पुस्तक का विमोचन भी हुआ।
उदयपुर। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 169वीं जयंती पर तिलक शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में 55वीं तिलक आसन व्याख्यानमाला आयोजित हुई।
कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने भारतीय संस्कृति व वैदिक परंपराओं के माध्यम से पर्यावरण संतुलन की आवश्यकता बताई। मुख्य अतिथि प्रो. बी.एल. चौधरी ने उपनिषदों का हवाला देते हुए प्रकृति के त्यागभाव से उपयोग पर बल दिया।
कार्यक्रम में कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर, प्राचार्य प्रो. सरोज गर्ग सहित अन्य शिक्षाविद् मौजूद रहे।
The report captures the celebrations of International Women’s Day 2025, showcasing inspiring talks, cultural performances, and activities held to honor the achievements and contributions of women. It also includes glimpses of the event through photographs and highlights the university’s commitment to gender equality and empowerment.
This report presents a comprehensive overview of the Krishi Vigyan Mela 2025, highlighting key events, expert insights, and the active participation of farmers, scientists, and dignitaries. It reflects the fair’s impact in promoting sustainable agriculture, knowledge sharing, and technological innovation in farming practices.

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